राकेश कुमार
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गया जी : भारतीय सेना का गौरव और राष्ट्र का सम्मान 06 सितंबर 2025 को ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी गया के परेड ग्राउंड पर साकार होगा, जब अकादमी की 27वीं पासिंग आउट परेड का भव्य आयोजन होगा। यह ऐतिहासिक क्षण शॉर्ट सर्विस कमीशन टेक्निकल एंट्री (पुरुष) – 63वें कोर्स के 184 ऑफिसर कैडेट्स और शॉर्ट सर्विस कमीशन टेक्निकल एंट्री (महिला) – 34वें कोर्स की 23 ऑफिसर कैडेट्स के कठिन सैन्य प्रशिक्षण की सफल पूर्णता का प्रतीक बनेगा।
राष्ट्र रक्षा के लिए संकल्प का दिन
इस पासिंग आउट परेड में कैडेट्स की अनुशासित टुकड़ियाँ, सधे हुए कदम और दृढ़ नज़रें केवल एक सैन्य प्रदर्शन नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति अटूट समर्पण का सजीव उदाहरण होंगी। पिपिंग समारोह और शपथ ग्रहण का वह पल जब कैडेट्स वर्दी पर सितारे सजाकर “राष्ट्र की सेवा” का संकल्प लेंगे, तो उनके परिजनों की आँखें गर्व और भावनाओं से नम हो उठेंगी। यह क्षण भारतीय सेना की उस विरासत का प्रतीक है, जो बलिदान और साहस से लिखी गई है।
भव्य समारोह और प्रेरणादायक प्रस्तुतियाँ
अकादमी ने इस अवसर को अविस्मरणीय बनाने के लिए परेड से पहले और बाद में कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है। गौरव पदक सम्मान समारोह में न केवल श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को पुरस्कृत किया जाएगा, बल्कि सेना सिम्फनी बैंड की गूंजती धुनें, घुड़सवार दस्ते का कौशल और सेना मार्शल आर्ट्स का प्रदर्शन भी दर्शकों के लिए अद्भुत अनुभव होगा। ये प्रस्तुतियाँ न सिर्फ़ मनोरंजन का साधन हैं, बल्कि यह संदेश भी देती हैं कि भारतीय सेना केवल युद्ध के मैदान में ही नहीं, बल्कि अनुशासन, कला और साहस की धरोहर भी है।
भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रेरणा
इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य अतिथि, कैडेट्स के परिजन, प्रतिष्ठित स्कूलों के छात्र और एनसीसी कैडेट्स भी मौजूद रहेंगे। उनकी उपस्थिति का उद्देश्य यह है कि नई पीढ़ी भारतीय सेना के शौर्य को नज़दीक से देखे और उसमें देशभक्ति की ज्योति प्रज्वलित हो। ओटीए गया का यह आयोजन आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनेगा और उन्हें राष्ट्र सेवा की ओर अग्रसर करेगा।
कमांडेंट पुरस्कार समारोह : उत्कृष्टता का सम्मान
ग्रीष्म सत्र 2025 के अंतर्गत 02 सितंबर को विजय ऑडिटोरियम, ओटीए गया में कमांडेंट पुरस्कार समारोह आयोजित हुआ। इसमें कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल सुकृति सिंह दहिया, सेना मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल ने कैडेट्स को सम्मानित किया। खेल, शारीरिक प्रशिक्षण, शैक्षणिक उत्कृष्टता, शस्त्र प्रशिक्षण, घुड़सवारी और आउटडोर कैंप जैसे क्षेत्रों में विशेष उपलब्धि हासिल करने वाले कैडेट्स को व्यक्तिगत पुरस्कार दिए गए। साथ ही विभिन्न कंपनियों को भी उनकी समग्र उत्कृष्टता के लिए ट्रॉफियां प्रदान की गईं। यह समारोह कैडेट्स के मनोबल को और ऊँचा करने वाला साबित हुआ।
ओटीए गया : शौर्य, ज्ञान और संकल्प का केंद्र
18 जुलाई 2011 को स्थापित ओटीए गया भारतीय सेना की तीसरी और सबसे नई प्री-कमीशनिंग अकादमी है। इसका प्रतीक चिन्ह धर्मचक्र और दो क्रॉस तलवारें हैं, जो परंपरा और शक्ति दोनों का प्रतीक हैं। अकादमी का आदर्श वाक्य – “शौर्य, ज्ञान, संकल्प” – न केवल इसकी नींव है बल्कि हर कैडेट की जीवनशैली और सोच को दिशा देता है। यही कारण है कि यहाँ से निकलने वाला हर युवा ऑफिसर कैडेट केवल एक सैनिक नहीं, बल्कि राष्ट्र के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता है।
राष्ट्र की आन-बान-शान की शपथ
06 सितंबर की पासिंग आउट परेड केवल एक सैन्य परंपरा का निर्वाह नहीं, बल्कि राष्ट्र को यह विश्वास दिलाने का अवसर है कि भारतीय सेना की नई पीढ़ी हर परिस्थिति में देश की रक्षा के लिए तैयार है। यह दिन उन कैडेट्स के लिए जीवन का सबसे गौरवपूर्ण क्षण होगा, जिन्होंने कठोर अनुशासन, पसीने और परिश्रम से खुद को राष्ट्र रक्षा की इस महान जिम्मेदारी के लिए तैयार किया है।