गया जी : भारतीय सेना की शान और गौरव का प्रतीक पासिंग आउट परेड इस बार फिर गया जी के ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में देखने को मिलेगा। 6 सितंबर को होने वाली इस परेड में 207 नौनिहाल आखिरी पग रखते ही भारतीय सेना के अधिकारी बन जाएंगे। इनमें 23 महिला और 184 पुरुष कैडेट्स शामिल हैं, जो आने वाले कल में देश की सरहदों और सम्मान की रक्षा करेंगे।
इस ऐतिहासिक मौके से पहले 2 सितंबर को कमांडेंट अवॉर्ड सेरेमनी आयोजित होगी। प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को सम्मानित किया जाएगा। वहीं, पहली बार परेड की पूर्व संध्या पर “गौरव पदक सम्मान समारोह” भी होगा। इसमें उन अभिभावकों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने अपने नौनिहाल देश सेवा को समर्पित किए हैं। यह नई परंपरा भारत सरकार के निर्देश पर शुरू की जा रही है, जो न केवल सैनिकों का बल्कि उनके परिवारों का भी गौरव बढ़ाएगी।
सेंट्रल कमांड के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्यसेन गुप्ता इस भव्य आयोजन के मुख्य अतिथि होंगे। उनके सामने यह कैडेट्स जज़्बा, अनुशासन और पराक्रम की मिसाल पेश करेंगे। उल्लेखनीय है कि पिछली मार्च परेड में 18 महिला कैडेट्स भारतीय सेना का हिस्सा बनी थीं, जबकि इस बार यह संख्या बढ़कर 23 हो गई है।
ओटीए गया, जो कभी टेक्निकल एंट्री स्कीम और स्पेशल कमीशन ऑफिसर्स के लिए प्रशिक्षण का केंद्र रहा है, आज शॉर्ट सर्विस कमीशन टेक्निकल महिला और पुरुष कैडेट्स को तैयार करने वाला गढ़ बन चुका है।
यह पासिंग आउट परेड केवल एक सैन्य परंपरा नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा और समर्पण की अदम्य गाथा है। जब ये 207 कैडेट्स आखिरी पग रखेंगे, तो न केवल ओटीए का परेड ग्राउंड बल्कि हर हिंदुस्तानी का दिल भी गर्व से भर उठेगा।